• Home
  • हिन्दी बुक समरी
  • रोचक जानकारी
  • हिंदी QUOTES
  • हिंदी कहानियां
  • व्यापार टिप्स
  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact us
  • Disclaimer
Boldost
Advertisement
  • Home
  • हिन्दी बुक समरी
  • रोचक जानकारी
  • हिंदी QUOTES
  • हिंदी कहानियां
  • व्यापार टिप्स
  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact us
  • Disclaimer
No Result
View All Result
  • Home
  • हिन्दी बुक समरी
  • रोचक जानकारी
  • हिंदी QUOTES
  • हिंदी कहानियां
  • व्यापार टिप्स
  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact us
  • Disclaimer
No Result
View All Result
Boldost
No Result
View All Result
Home हिंदी कहानियां

हिंदी कहानी : जीवन में मृत्यु क्यों आवश्यक है?

bol dost by bol dost
February 9, 2024
in हिंदी कहानियां
0
जीवन में मृत्यु क्यों आवश्यक है?

जीवन में मृत्यु क्यों आवश्यक है?

0
SHARES
92
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter
Spread the love

हिंदी कहानी :दोस्तों स्वागत है आपका Boldost.com इस आर्टिकल में एक कहानी देखंगे जो हमे हिंदी कहानी : जीवन में मृत्यु क्यों आवश्यक है? ये बताती है
दोस्तों बढ़ते है कहानी की और

 

जीवन में मृत्यु क्यों आवश्यक है?

यह कहानी हमें मृत्यु का महत्व बताती है .. अगर हमारे जीवन में मृत्यु न होती तो क्या होता?
सभी को लगता है कि जीवन में मृत्यु न आ जाए। हम सदा जवान ही रहे ऐसा ही सबको लगता है

समुद्र मंथन

समुद्र मंथन के दौरान समुद्र से अमृत कलश निकला, उसके बाद उसे पीकर अमर होने के लिए, देवताओं और राक्षसों के बीच घमसान लड़ाई शुरू हुई
देवताओं और राक्षसों को अमर होने के लिए ये स्तिथि है तो हम जैसे आम लोगों की क्या कहानी है !!!

मौत का डर लगना स्वाभाविक है। लेकिन मौत से बचना नामुमकिन है।
“जन्म-मृत्यु” यही सृष्टि का ही नियम है। मृत्यु के चक्र ने किसी को नहीं छोड़ा । मृत्यु आवश्यक भी है ,नहीं तो लोग लोगों की मौत के लिए उठ खड़े होते। कैसे? चलो इसकी जांच – पड़ताल करते है एक कहानी की माध्यमसे ..

 

जीवन में मृत्यु क्यों आवश्यक है?
जीवन में मृत्यु क्यों आवश्यक है?

हिंदी कहानी :-जीवन में मृत्यु क्यों आवश्यक है? हिंदी कहानी Why is death necessary in life? Hindi Story

एक राजा ने नगर के बाहर एक पेड़ के नीचे बैठे साधु महाराज से पूछा, ” साधु महाराज क्या आपके पास कोई दिव्य जड़ी-बूटी या अच्छा रसायन है जो मुझे अमर बना सके?”
ऋषि ने कहा, “हे राजा, आपके सामने जो दो पर्वत दिखाई दे रहे है उसे पार करने के बाद आपको एक सरोवर मिलेगा । उस सरोवर का पानी पिएं, फिर आप अमर हो जाएंगे।”

राजा उन दोनों पर्वतों को पार करके उस सरोवर के पास पहुंच गया। राजा ने सरोवर का जल पीने के लिये अपना हाथ आगे बढ़ाये । तभी उसे कान में किसी के विलाप करने की आवाज सुनाई दी।पानी पीना छोड़कर राजा आवाज की ओर चला गया।
उसने देखा कि एक जर्जर आदमी पेड़ के नीचे लेटा पड़ा है और विलाप कर रहा है।
राजा ने उससे विलाप करने का कारण पूछा।
व्यक्ति ने कहा
“इस सरोवर का जल पीने से मुझे अमरता प्राप्त हुई है । किन्तु सौ वर्ष होने के बाद ही मेरे पुत्र ने मुझे घर से निकाल दिया। पिछले पचास वर्षों से मैं इस स्थान पर घोर उपेक्षा की स्थिति में पड़ा हूँ। अब मेरे बच्चे तो मर गए, पर मेरे पोते-पोतियां भी मरने के कगार पर है । उन्हें मरता हुवा देख में नहीं जी सकता इसलिए पिछले पांच साल से अन्न-जल छोड़ दिया है। फिर भी मैं नहीं मर रहा हूं।’

बूढ़े व्यक्ति की दयनीय कहानी सुनकर राजा ने मन ही मन कहा, “नहीं ! केवल अमरता का कोई अर्थ नहीं है। यदि बिना वृद्धावस्था के अमरत्व प्राप्त होता है, तो वही एक सच्चा आनंद है। हम इसके बारे में साधु से पूछेंगे।”
राजा साधु महाराज के पास आकर साधु से इसके बारे में विकल्प माँगता है की मुझे बिना बुढ़ापा अमरत्व प्राप्त करना है ।

साधु महाराज ने कहा, आप जिस सरोवर को पार करके आये है। उस सरोवर के आगे और एक पहाड़ है वो पहाड़ पार करनेके बाद आपको पीले फलों से भरा एक पेड़ मिलेगा। उस पेड़ से एक फल उठाओ और उसे खाओ। तुम बिना बुढ़ापे के अमरत्व प्राप्त करोगे।”

 

साधु महाराज के कहने पर राजा उस पेड़ के पास गया। पेड़ से एक पीला धमक फल भी निकला। अब जब वह उस फल को खाना शुरू करने ही वाला था, तो उसे एक लड़ाई की आवाज सुनाई दी ।
कौन इतनी दूर आकर लड़ाई कर रहा होगा? यह सोचकर राजा लड़ाई करने वाले उन लोगों के पास पहुंचा।

वहां उसे चार युवक मिले। तब राजा ने उनमें से एक को झगड़े का कारण पूछा, तो उसने कहा, ” मेरी उम्र अब ढाई सौ साल है । मेरे पिता की उम्र तीन सौ वर्ष के हैं,जो मेरी बाही और खड़े है में उनसे संपत्ति मांग रहा हूँ मगर मुझे मेरे हिस्से की संपत्ति नहीं दे रहे तो, मैं उनसे झगड़ा नहीं करू तो मैं क्या करूं ?

राजा ने एक और युवक से पूछा, जो सेम पहले युवक जैसे दिख रहा था , और उसने कहा, “आह, मेरे बाहि तरफ मेरे साढ़े तीन सौ साल के पिता खड़े है। यदि वह मुझे धन नहीं देंगे तो मुझे बताओ कि में मेरे बेटे को
कहासे धन बाटू?
राजा ने प्रश्नवाचक दृष्टि से साढ़े तीन सौ वर्ष के युवक की ओर देखा तो वह बोला, ” में मेरे बेटो को धन कहाँ से दूँ? यह मेरे पिता का दोष है। वह अब 400 वर्ष का हो गए है वो मुझे धन नहीं दे रहे है।
इस पर राजा ने कहा, “लेकिन जब तुम्हारे पास इतना धन है तो तुम पहाड़ों और घाटियों में क्यों रहते हो?” सबसे बड़े उम्र वाले युवक ने कहा

 

“हमें गाँव वालों ने गाँव से बाहर निकाल दिया है क्योंकि दिन-रात हम सपत्ति के लिए झगड़ते है। धन हमारे घर में है मगर हमे यहां रहना पड़ रहा है।

यह देखकर राजा ने कहा, यदि में बिना वृद्धावस्था के अमरत्व प्राप्त कर लेता हूँ तो यह और भी भयानक है।बिना वृद्धावस्था के अमरत्व ,नहीं नहीं !!
राजा वापस साधु महाराज के पास आया और बोला, “महाराज अपने मुझे मृत्यु के महत्व के बारे में आश्वस्त किया है। क्योंकि मृत्यु है इसीलिए संसार में प्रेम है, अन्यथा लोग अपने अपने जान पे खेल जाते।
तो साधु महाराज ने मुस्कारते हुवे कहा,

“मृत्यु से बचने के बजाय, हर दिन और हर पल को पूरी तरह से जियो। वर्तमन में मन को लगाओ यही सच्चा सुख है।” और “मृत्यु होने के बाद हर किसी को उत्तम गति भी मिलती है।”

 

सारांश:-
तो दोस्तों हमने इस स्टोरी में मनुष्य जीवन में मृत्यु क्यों महत्पूर्ण है ये जान लिया।
अगर सब अमर हो जाते तो इस संसार में और परेशानी बढ़ जाती जन्म के बाद मृत्यु और मृत्यु के बाद जन्म होता है रहता है यही संसार का नियम है।
इसीलिए इस पल जो जीवन में हो रहा है उसका आनंद लो।


सुख के बाद दुःख और दुःख के बाद सुख आता ही रहेगा।
तो सदा ही हर पल को ,हर क्षण को पूरी तरह जिओ यही जीवन है ।
आपको यह कहानी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताना ।
धन्यवाद।

READ MORE

World Teacher Day 2025 हिंदी Best Quotes

World Television Day Best Hindi Quotes 2024: विश्व टेलीविजन दिवस पर सर्वश्रेष्ठ हिंदी उद्धरण

Best 50 Hindi Quotes on Revolutionary Birsa Munda : क्रांतिकारी बिरसा मुंडा मे बेस्ट 50 हिंदी Quotes

Best Quotes Of Ratan Naval Tata : रतन नवल टाटा के सर्वश्रेष्ठ उद्धरण

The Power of Positive Thinking Hindi Book Summary

Nicolas Darvas Best Quotes In हिंदी

Previous Post

विपश्यना कहानी :तेल की बोतल, विपश्यना क्या है और इसके नियम

Next Post

हिंदी कहानी :यह भी बदल जायेगा (दो अंगूठियां) : The Art of Living :-

bol dost

bol dost

Welcome to your- www.Boldost.com In this blog you will get to read summaries of various Hindi books, Hindi Quotes, interesting information and business tips And Live Important Information Reading books is our hobby and our aim is to reach you with various books. A great sentence was read to us that 'if you value books, books will surely increase your value. " We are finished friends and we are getting your friends love. Our aim is to increase your life growth through this blog. www.Boldost.com Thank you for visiting this blog Naman Karve Founder Of www.boldost.com

Next Post
हिंदी कहानी :यह भी बदल जायेगा (दो अंगूठियां)

हिंदी कहानी :यह भी बदल जायेगा (दो अंगूठियां) : The Art of Living :-

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Browse by Category

  • Uncategorized
  • रोचक जानकारी
  • व्यापार टिप्स
  • हिंदी QUOTES
  • हिंदी कहानियां
  • हिन्दी बुक समरी
  • Home
  • हिन्दी बुक समरी
  • रोचक जानकारी
  • हिंदी QUOTES
  • हिंदी कहानियां
  • व्यापार टिप्स
  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact us
  • Disclaimer

© 2022 Bol Dost

No Result
View All Result
  • Home
  • हिन्दी बुक समरी
  • रोचक जानकारी
  • हिंदी QUOTES
  • हिंदी कहानियां
  • व्यापार टिप्स
  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact us
  • Disclaimer

© 2022 Bol Dost