दोस्तों स्वागत है आपका Boldost.com पर। इस आर्टिकल में हम तैरने की कला कहानी-Best जीने की कला यह कहानी पढ़ेंगे।तैरने की कला -कहानी The Art of Swimming :Best जीने की कला
तैरने की कला -कहानी The Art of Swimming :Best जीने की कला
प्रस्तुत कहानी में एक विद्वान प्रोफेसर और एक बूढ़ा नाविक इन दोनों की कहानी है। इस कहानी में विदवत्ता और ज्ञान की कला का रोमांचक सफर बताया गया है।वास्तविक जीवन में जीने की कला ही मनुष्य को आगे लेके जाती है। चलो तो दोस्तों बढ़ते है कहानी की और।
एक बार एक युवा प्रोफेसर जहाज पर यात्रा कर रहे थे। वह बहुत विद्वान थे, उनके नाम डिग्रियों की एक लंबी श्रंखला थी। लेकिन वे वास्तविक जीवन के अनुभव के पारखी थे। जिस जहाज पर वे नौकायन (boating) कर रहे थे, उनके दल में एक अशिक्षित बूढ़ा नाविक भी था।वह बूढ़ा नाविक रोज शाम को प्रोफेसर साहब के कमरे में जाता था और विभिन्न विषयों पर बड़ी प्रशंसा के साथ उनकी बातें (Lecture)सुनता था।
ऐसी ही एक शाम, रोज की बातचीत समाप्त होने के बाद, जब बूढ़ा नाविक खुशी के मूड में कमरे से जाने लगा, तब प्रोफेसर ने उससे पूछा, “क्या आपने Geology (भूविज्ञान) का अध्ययन है किया, दादाजी?”
वृद्ध नाविक ने आश्चर्यचकित होकर बदले में पूछा कि Geology (भूविज्ञान) किसे कहते हैं?… Geology (भूविज्ञान) क्या है?
“भूविज्ञान पृथ्वी का विज्ञान है” प्रोफ़ेसर ने कहा।
तैरने की कला-Best जीने की कला
नहीं सर, सच कहूं तो मैं कभी स्कूल नहीं गया, ” मैंने कोई स्टडी नहीं किया है”
तो दादाजी
“तुमने अपने जीवन का एक चौथाई हिस्सा बर्बाद कर दिया”
मास्टर की यह टिप्पणी सुनकर नाविक को दुःख हुवा
उनको लगा की प्रोफेसर जिस की बात कह रहे हैं, उनको वह नहीं पता
वास्तव में उनके जीवन की बर्बादी हो गई ।
अगले दिन शाम को वह हमेशा की तरह प्रोफेसर के कमरे में गया।बातचीत के बाद प्रोफेसर ने बूढ़े नाविक से पूछा, “क्या आपने Oceanography (समुद्रविज्ञान) का अध्ययन किया है, दादाजी?”
Oceanography (समुद्रविज्ञान) क्या है?
अरे समुद्र विज्ञान!
“नहीं सर, कल कहा था कि मैंने स्कूल का मुँह भी नहीं देखा है, इसलिए मैंने कोई विज्ञान नहीं पढ़ा है।” बूढ़े नाविक ने कहा
तो, दादाजी, “आपने अपना आधा जीवन बर्बाद कर दिया” प्रोफेसर ने कहा
विद्वान प्रोफेसर जो कहते हैं, वह सच ही होगा, हमने अपना आधा जीवन बर्बाद कर दिया है, कोई इलाज नहीं है।वृद्ध नाविक ने शर्म से सिर झुका लिया और कमरे से बाहर चला गया।
तीसरा दिन आ गया
बूढ़ा नाविक डर के मारे प्रोफेसर के कमरे में चला गया, हमेशा की तरह बातचीत हुई, और अब वह वापस जाने वाला था।-तैरने की कला-Best जीने की कला
प्रोफेसर ने पूछा, दादाजी, क्या आपने मौसम विज्ञान का अध्ययन किया है? नाविक ने प्रोफेसर की ओर बड़ी निगाह से देखा ,आश्चर्य और अनजाने में उसके मुंह से शब्द निकल गए। मौसम विज्ञान… ‘शब्द सुना भी नहीं’
” यह हवा, बारिश और मौसम के विज्ञान का अध्ययन है” प्रोफेसर ने कहा
नहीं, श्रीमान, मुझे यह भी नहीं पता, कि क्या हैं मौसम विज्ञान?
अध्ययन करें, दादाजी, आप उस पृथ्वी के विज्ञान का अध्ययन नहीं करते हैं जिस पर हम रहते हैं, आप उस मौसम विज्ञान को नहीं जानते जिस पर आप अपना जीवन चलाते हैं, और गर्मी, बारिश और मौसम के विज्ञान की गंध जिसका हमें हर दिन सामना करना पड़ता है।
दादाजी आपने अपना तीन चौथाई जीवन बर्बाद कर दिया”प्रोफेसर ने कहा
बूढ़ा नाविक यह सुनकर बहुत दुखी हुआ कि जीवन व्यर्थ चला गया, वह रोने के लिए केवल रह गया था
उसने अपना सिर झुका लिया और कमरे से बाहर चला गया।उसका एकमात्र पछतावा था कि उसने अपना सोने जैसा जीवन बर्बाद कर दिया और बूढ़ा हो गया, व्यर्थ जी रहा था।
चौथा दिन आ गया मगर वो दिन बूढ़े नाविक का था
वह प्रोफेसर के कमरे में गया, प्रोफेसर किताब खोलने वाले थे, नाविक दरवाजा बंद करके अंदर आया और उससे कहा, सर, आपका सिमोलॉजी का अध्ययन होना चाहिए।
सवाल सिंपल है क्या आप तैर सकते हैं या नहीं?
“नहीं दादा मैं इतना तैर नहीं सकता” प्रोफ़ेसर ने कहा।
“आप क्या कह रहे हैं….. अरे आपने विज्ञान तो बहुत पढ़ा ….लेकिन तैरना नहीं सीखा……. सर क्या ?..आपने पूरी जिंदगी समय बर्बाद कर दि…वे पास की चट्टानों तक पहुंचने के लिए थोड़े प्रयास से आते … लेकिन दुर्भाग्य से जिन्हें तैरना नहीं आता उनके पास डूबने के अलावा कोई विकल्प नहीं है” बूढ़े नाविक ने कहा
हमारी बोट एक चट्टानोसे टकराने वाली है और बोट डूब रही है । , क्षमा करें लेकिन आपने वास्तव में अपना पूरा जीवन बर्बाद कर दिया है .क्योकि आपको तैरना नहीं आता। बूढ़े नाविक ने फिरसे कहा।
आपने तैरने की कला पर न कई पुस्तकों का अध्ययन किया है, बल्कि आपने पुस्तकें भी लिखी हैं, न केवल तैरने की विज्ञान पर लंबे व्याख्यान दिए, बल्कि जब तक आप वास्तव में पानी में तैरना नहीं सीखते, तब तक उस पढ़ने-लिखने की चर्चा का मूल्य शून्य है।
तैरने की कला-Best जीने की कला
कहानी की सिख-
जीने के लिए आपको शास्त्रों के साथ जीवन जीने की
की कला अवगत होनी चाहिए।
Thanks.